यह एक मध्यमवर्गीय परिवार की कहानी है। माँ पिता और दो बेटियों की कहानी। बहनें आपस में बहुत लड़ती हैं उनकी बिलकुल भी पटरी नहीं बैठती है। अचानक घर पर आए संकट, और खटास भरे रिश्तों के बीच छोटी बेटी को सहज योग ध्यान का पथ मिलता है।
उससे जो परिवर्तन उसमें आता है तो वो प्रयास करके सबको एक बेहतर इंसान होने में मदद करती है। जीवन की कुछ और घटनाएँ उस घर में खुशियों के फूल खिला देती है।
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