फ़िल्म गृहलक्ष्मी द अवेकिंग एक सन्देश वाहक की तरह हमारे शहर में तब आयी जब हमारे सहज परिवार में आपसी विवाद चल रहे थे ।
फ़िल्म को लगाने में हमारे मन में शंकाए थी कि क्या पता भैया लोग मिलकर कार्य करेंगे या नहीं, कही साथ आये और फिर कोई बहस न हो जाये किसी के बीच तो हम महिला शक्ति इस कार्य को करने में छिछकी और श्रीमाताजी से प्रार्थना करने लगी ।
इसमे आने वाले खर्च की व्यवस्था भी हम लोग कर चुके थे अपने घरेलु बचत से सिनेमा वाले से, और जो भैया इस फ़िल्म को लगाने में जिन्हें सभी मामाजी कहते है उनसे भी मेरी बात हो चुकी थी मेरी बेटी के जन्मदिन 22 नवंबर को हम सेकड़ो लोगो के आत्मसाक्षात्कार दिवस के रूप में मनाना चाहते थे पर कुछ ओपचारिकताओ के कारण हो न सका ।
25 या 26 नवंबर को खबर आयी कि फ़िल्म लगनी है 1 दिसंबर को और पूरी सामूहिकता पुरे जोश से जुट रही है इस कार्य में वह भी कुछ मामूली से खर्च में ही। पहले यह खर्च 30हजार तक था जो भी हम महिला शक्ति वहन करने को तैयार थी। यह एक अधूरे सपने के पुरे होने जैसा था हम लोग मीटिंग करने इकट्ठा होते जिसके माहौल को देखकर लगता ही नहीं कि कुछ दिन पहले इन लोगो में कोई विवाद था ।
अनुभव ये कहता है कि सभी में प्रेम की शक्ति श्रीमाताजी ने इस तरह समाहित की हुई है कि उस प्रेम के आगे कोई दूसरा दिखाई ही नहीं देता हम सब भूल जाते है।
फ़िल्म लगी 1दिसंबर को सुबह 9:30बजे, जिन लोगो की उम्मीद भी ना थी कि ये लोग रूचि लेंगे फ़िल्म में वे भी आये और कुछ मांगकर टिकिट्स ले गए और कुछ को मना करना पड़ा। शो में 300 सीट्स थी 450 लोगो ने देखी कुछ जमीं पर कुछ कुर्सियो पर, और तो और फ़िल्म में माता-पिता का रोल करने वाले परमार अंकल आंटी भी आये रिणवा अंकल के साथ आत्मसाक्षात्कार के लिए हमारे बीच और सब कुछ इतना सहज हो गया कि पता नहीं वह विवाद कहा गायब हो गया सेंटर पर नए लोग भी आना शुरू हुए, पूजा की तैयारी मे भी सब बढ़ कर हिस्सा लेने लगे ऐसा माहोल हो गया है जैसे एकल परिवार अब फिर से संयुक्त हो गया हो और इस दौरान कुछ समस्याएं भी हल हुई जो मेरी पर्सनल तौर पर श्रीमाताजी से की गयी थी पूरी समुहिकता को लेकर।
तो कहने का सार यही है कि हमे सिर्फ सहज के सन्देश पर ध्यान देना है कि इससे हम अपनी किन नकरात्मक्ताओ को दूर कर सकते है और प्रेम के सन्देश को फैला सकते है जिससे हमारे भीतर भी प्रेम और क्षमा की शक्ति(जो है पर हम उसका उपयोग ही नहीं करते) का प्रवाह महसूस हो और बढे भी।
Your love, your good wishes are my biggest blessings. MP has given the film a rousing welcome with all 3 days of release in the 3 cities of Indore--Ujjain-Gwalior, witnessed house full conditions. Halls were so much packed that people even sat on the floors to watch the film. TV Channels, Media Reporters & Press widely covered the release and gave a full "thumbs up" .
A very famous TV Channel Chairman, Shri Vishnu Goel, Head of Herald News International, took his Self Realisation, watched the film and gave it extensive coverage across MP.
We can't believe, how much MP has welcomed the film. It's all the grace of Shree Mataji.
I'm sure the love and, support of our Sahaji Brothers & Sisters will take this film to all States of India, to every nook and corner. Since last 3 days over 2,000 new seekers have got their Self Realisation in the, Cinema halls. The Sahaja Yogis of MP are so upbeat, that they are now planning to release the film in as many Theatres as possible in entire MP.
All I have to offer to them is my big big hug (jaadookijhappi) full of love, gratitude & admiration for their dedication & devotion to their Divine Mother in making Self Realisation their prime objective through this film. The Theatres are being converted into Mini Public Program venues. The SR conducted after the film is over, has so far yielded 100% success. I really have no words to appreciate their love & cooperation in making this dream of our Loving Mother finally possible. All I am offering to them are my tears of joy.
Agar Malwa, MP - Screening Of Grihalakshmi followed by Self Realization Program
Blessings of several divine beings in this district brought about this memorable event of self realization for the seekers after watching a film showing the importance of Self Realization!
Divine Blessings at Agar Malwa:
Some notable areas are the Gufa Barda (Tulja Bhawani mandir), Kewada Swami (Kal Bhairav mandir), Kamal Kundi, Ganesh Temple (Nr.Bada Talab) and Bade Ganeshji, Tulja Bhawani mandir, ranchod mandir, and Gopal mandir.
A temple of Lord Krishna (also known as Haveli), which has been served by a Hindu Kayastha family for around four hundred years, is also very famous among the locals.
Agar is famous for its red soil. This red soil is found only in Agar and limited to about 1–2 km outside of it. Blessings of Shri Ganesh whose favorite color is coral red!
Banyan trees, some of them many, many years old, are found in Agar Malwa.
Agar Malwa is also famous for Sri Rani Sati Dadi Ji's Temple and Chintaharan Ganesh Mandir Temple at Bada Talab. Worshippers throng to the Chintaharan Ganesh Mandir Temple because the deity here is traditionally known as Chintaharan Ganesh, meaning "the assurer of freedom from worldly anxieties".
News Update on Sahaja Film 'Grihalakshmi - The Awakening'
Glad to share that Cinema Theaters in India have been turned in Public Program venues, where thousands of seekers have taken their self realization after watching the film GRIHALAKSHMI THE AWAKENING.
The film crossed 50 screenings in Theaters PAN India.
Ministry of I & B granted it Tax Free Status.
National Channel Doordarshan broadcasted the Film Crew Interview on National Channel.
ITV Networks with 25 million on line viewership beamed an exclusive interview on their News 24 network.
Aaj Tak has requested to bring our crew on prime time news.
Hindustan Times HT City, published a half page interview and film review on their Sunday edition after their reporter watched the film.
NITI Aayog screened the film for their entire staff.
Indian Parliament has requested screening of the film for their entire staff strength of 3000.
National Global Herald gave a live coverage of the film's first release at Indore, MP on 26th April.
Ministry of Ayush has recommended the film to Doordarshan National Channel to Broadcast it on their National Network soon.
We are now trying to get the film released Internationally through our Indian Missions abroad.
The Swiss Collective has sponsored the film for entry to their upcoming Film Festival in Locarno.
There are several efforts on to Release the film in the Gulf, USA, New Zealand, Brazil and several other countries in Cinema Theaters there.
The President of the Indian Medical Association has announced screening of the, film for 1000 super speciality doctors of India, followed by a Medical Seminar to introduce Sahaja Yoga Meditation in their curricula.
The Indian Armed forces have requested screening of the, film for their families.
The list goes on and on, by the grace and blessings of Shree Mataji.
Hindi Translation:
यहाँ हमारे फिल्म गृहलक्ष्मी के बारे में एक समाचार है कृपया सभी के साथ साझा करें JAI SHREE MATAJI खुशी है कि भारत में सिनेमा थियेटरों को सार्वजनिक कार्यक्रम स्थलों में बदल दिया गया है, जहां हजारों साधकों ने फिल्म GRIHALAKSHMI THE AWAKENING को देखने के बाद अपना आत्म बोध लिया है।
फिल्म ने पूरे भारत के थियेटरों में 50 स्क्रीनिंग को पार किया।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने इसे कर मुक्त स्थिति प्रदान की।
राष्ट्रीय चैनल दूरदर्शन ने राष्ट्रीय चैनल पर फिल्म क्रू साक्षात्कार का प्रसारण किया। 250 लाख ऑनलाइन व्यूअरशिप के साथ ITV नेटवर्क ने अपने न्यूज 24 नेटवर्क पर एक विशेष साक्षात्कार में भाग लिया।
आजतक चैनल ने हमारे क्रू को प्राइम टाइम न्यूज़ पर लाने का अनुरोध किया है।
हिंदुस्तान टाइम्स एचटी सिटी ने अपने रिपोर्टर द्वारा फिल्म देखे जाने के बाद उनके रविवार संस्करण पर आधे पृष्ठ का साक्षात्कार और फिल्म समीक्षा प्रकाशित की।
NITI Aayog ने अपने पूरे स्टाफ के लिए फिल्म की स्क्रीनिंग की।
भारतीय संसद ने अपने पूरे स्टाफ की 3000 की संख्या के लिए फिल्म की स्क्रीनिंग का अनुरोध किया है।
नेशनल ग्लोबल हेराल्ड ने 26 अप्रैल को मध्य प्रदेश के इंदौर में फिल्म की पहली रिलीज़ का लाइव कवरेज दिया।
आयुष मंत्रालय ने दूरदर्शन के राष्ट्रीय चैनल को फिल्म को अपने राष्ट्रीय नेटवर्क पर जल्द प्रसारित करने की सिफारिश की है।
अब हम विदेशों में अपने भारतीय मिशनों के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फिल्म को रिलीज करने की कोशिश कर रहे हैं। स्विट्जरलैंड कलेक्टिव ने लोकार्नो में अपने आगामी फिल्म महोत्सव में प्रवेश के लिए फिल्म को प्रायोजित किया है। मध्य पूर्व की खाड़ी, संयुक्त राज्य अमेरिका, न्यूजीलैंड, ब्राजील और, सिनेमाघरों के कई अन्य देशों में फिल्म को रिलीज करने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष ने भारत के 1000 सुपर स्पेशियलिटी डॉक्टरों के लिए फिल्म की स्क्रीनिंग की घोषणा की है, जिसमें एक मेडिकल सेमिनार आयोजित किया जाएगा, जिसके बाद वे अपने पाठ्यक्रम में सहज योग ध्यान का परिचय देंगे।
भारतीय सशस्त्र बलों ने अपने परिवारों के लिए फिल्म की स्क्रीनिंग का अनुरोध किया है।
श्री माताजी की कृपा और आशीर्वाद से सूची जारी है। संजय तलवार
गृहलक्ष्मी : फिल्म :: अद्भुत प्रचार प्रसार का माध्यम
जय श्रीमाताजी,
हमारी आज सभी सहजी भाई बहिनों से एक विनम्र विनती है कि सहजयोग के प्रचार प्रसार के लिए बनाई गई फिल्म गृहलक्ष्मी का आप माध्यम के रूप में प्रयोग कर सकते है। इस फिल्म की सच्चाई से प्रेरित होकर आमजन फिल्म देखने के बाद अपना आत्मसाक्षात्कार लेने के लिए आतंरिक व बाहरी रूप से बिलकुल तैयार हो जाते है। एक बन्द थियेटर में सवा घंटे की यह फिल्म देखने के बाद हमने इसको अनुभव किया है, पिछले आठ नो महिने में इसको लगभग 500 नये लोग जो सहजयोग के बारे मे कुछ नही जानते थे केवल एक सिनेमा देखने से जुड़ गये है। फिल्म समाप्त होने के बाद हमने देखा कि उनका सिनेमा हाल से उठने का भी मन नही हो रहा था।
हमने पहले से ही प्रचार-प्रसार की एक टीम,जो सहजी अपनी मधुर-वाणी में सुन्दर तरीके से सहजयोग के बारें में बोलते हैं उन्हें तैयार रखे, तथा यह आत्म साक्षात्कार आये हुए सभी साधकों को बड़ी शांति के साथ देवें। आत्म साक्षात्कार के इस अद्भुत प्रचार-प्रसार का कार्य क्रम में हम बहुत अच्छी तरह से सफल रहे।
फिल्म से जुडने वाले जो भी सिनेमा चलाते है, ये अक्सर दो घंटे का समय देते है सिनेमा के प्रयोग के लिए। क्योंकि कोई भी फिल्म दो घंटे से कम समय की नही होती। वह दो घंटे का महत्वपूर्ण समय हमें मिलता है, क्योंकि ये फिल्म सवा घंटे की है तो हमने सोचा है कि क्यों न इस माध्यम से हम लोगो तक मां का ये संदेश सीधा उन्ही के स्वरमुख द्वारा आत्मसाक्षात्कार दिलाकर बताऐं और उसको सक्षम किया 7-8 शो में करके दिखाया।
हो सकता है, संभव है।
उन्होने अनाउंसमेंट किया कि वे सभी लोग जिन्होने अभी ये फिल्म देखी है, यदि चाहे तो अभी आत्मसाक्षात्कार का उन्हें अनुभव दिया जा सकता है। केवल हमे 15-20 मिनिट का समय दे। सभी ने अपने हाथ खडे किये, यहां तक उनको यह भी कहा गया कि वे जो इसका अनुभव नही लेना चाहते, उसके साथ कोई जबरदस्ती नही है, वे हॉल छोड सकते है। हमारे इस अनुभव से आज तक कोई भी व्यक्ति हाॅल छोडकर नही गया। वे बेठे रहे और फिल्म देखते ही अगले 15 मिनिट में श्रीमाताजी का वीडियो दिखाकर उन्हे आत्मसाक्षात्कार हो गया।
फिर हमारे प्रचार प्रसार की टीम ने श्री माता जी तथा सहजयोग की महत्वपूर्ण बातें बताकर ,दर्शकों को अलविदा किया। ज्यादा से ज्यादा हमने 100 फीसदी अनुभव किया कि सभी लोगो नेे आत्मसाक्षात्कार को गृहण किया है।
तो प्रचार प्रसार का यह बहुत ही अच्छा सिनेमा हाल को माध्यम बनाया जा सकता है, इस फिल्म के द्वारा। फिल्म को दिखाया जाऐ, आत्मसाक्षात्कार का कार्यक्रम किया जाये और पहले से ही यह तैयारी हो कि हमारी जो सामूहिकता है जिस भी सिनेमा हाॅल में फिल्म प्रदर्शित हो, वे अपने परिचित लेकर आ सकते है और जाते समय भी लोग जो बाहर निकलते है उन्हें भी सहज प्रचार प्रसार के यहां वहां के सेंटर है कहां पर उन्हे आना है, मेडीटेंशन दे सकते है, उसके प्रचार प्रसार के पर्चे भी बांटे जा सकते है।
इसप्रकार पूरे भारत में सहजयोगी इसका फायदा उठाये।
ये फिल्म अब बन चुकी है। भारतभर में दिखाने के लिए। हमें करना कुछ नही है केवल साहस करना है कि नजदीकी सिनेमा मालिकों से जाकर मिले और अपना एक ग्रुप बनाकर जाऐं। अकेला व्यक्ति से काम नही बनता 5-7 लोग मिलकर जाऐ और बताऐं थियेटर वालो कि ये एक बहुत अदभूत फिल्म तैयार है आपके थियेटर में चलने के लिए। कृपया आप हमको निशुल्क जगह दे या कम दाम में हमें थियेटर दे और आप डरे नही, हम जनता को लायेगें, थियेटर भरेंगे शो के लिए। आप शो निर्धारित करे। तो मैरा यह कहना है कि यदि हमारे सहजयोगी भाई पूरे हिन्दूस्तान में जुट जाते है, इस कार्य को पूरा करने के लिए तो ये संभव है कि हमें किसी बडे डिस्ट्रिव्यूटर्स को बडी राशि नही देना पडेगी। थियेटर में एडवांस देकर पेसा फंसाने की जगह। क्योंकि हमारे भाई ही पूरे भारत में जुटे है इस कार्य को करने के लिए और मानते है कि ये हो सकता है। कोशिश करे कि सिनेमा पूरे साल में ये चलाया जा सकता है, किसी भी शहर के थियेटर में, किसी भी दिन या समय।
केवल करना यह है कि सिनेमा हाल में जाना है उनसे मिलना है, उनके साथ तय करना है कि उनको कोन सा सिनेमा कम कीमत में मिलता है। एक शो मिलता है या दो शो मिलते है। सुबह या शाम। एक सप्ताह में करना चाहते है या एक दिन के लिए करना चाहते है, यह उनकी सुविधा है और लोगो को जुटाया जाऐ अपने परिवार को लेकर जाऐ और नये लोगो को लेकर जाऐ।
जो सिनेमा हाल की टिकिट है जो लोग देते है उनके लिए योगदान करना पडेगा, टिकिट लेना पडेगा, काउंटर से या उनके साथ पहले से बात करके ताकि उसकी बिक्री से या उसकी वसूली से आप लोगो को इतनी राशि वापस मिल जाए जितनी आपने थियेटर किराये के लिए दी है, और बाकी हम चाहेंगे कि आप हमेे मोका दे कि हम आगे का काम करते रहे और वह राशि हमारे एनजीओ को जो 100 फीसदी नान प्रोफिट है। सरकार की ओर से हमको आश्वासन मिला है कि हम ये अच्छा काम करते रहे। श्रीमाताजी का फिल्म दुवारा प्रचार प्रसार का माध्यम बनाये।
लोग सिनेमा जाते है एन्जाय करने जाते है, ऐसी ही कहानी है "गृहलक्ष्मी" जहां हर समय एंजाय भी करेगें, साथ साथ श्रीमाताजी की वाणी सुनते हुए आत्मसाक्षात्कार की तैयारी में पूरी तरह सक्षम हो जाऐगें। हम सहजी भाईयों को यह बीडा उठाना है, आपस में मिलजुलकर थोडी मेहनत करे। अपने कोर्डीनेटर्स या जो भी संचालक है या जो सेंटर चलाते है वहां अनाउंसमेंट किये जाऐ। ये फिल्म 26 अप्रैल को रिलीज हो रही है और हम आपस में मिलकर जाकर थियेटर बुक करें अपने शहर मे अभिनंदन करे कि पूरे भारत में सहजयोगी जुट जाये। एक झटके मेें 26 अप्रेल से लेकर चाहे जो भी दिन हो पूरे साल के लिए अपनी मर्जी से थियेटर बुक कर सकते है। आपने निर्धारित कर लिया है कि कोन से शहर में कोन सा शो है, पक्का हो जाता है तो हमे थियेटर वालो के साथ ये सूचना हमें देनी होगी, कृपया आपकों मुझे मैरे नंबरो में पर सुचना देना होगी :
Mr. Bhola Nath Singh - +91 9324368012 Mr. O P Goyal - +91 9425063703 Mr. Sunil Nayar - +91 9810153108 Sanjay Roshan Talwar - +91 9811203017
Immaculate Ideal Human foundation एवं Email पर देना होगी। हमारे द्वारा दिये गये नंबरो पर बात करके मुम्बई से सेटेलाईट के द्वारा आपके बताये समय पर ये फिल्म चलाई जाएगी। ये मां की कृपा से हमारे लिए एक बडी उपलब्धि हुई है कि ऐसा संभव हो सका है कि ये फिल्म एक ही स्थान से हजारो थियेटर में एक साथ चलाई जा सके। मगर जरूरी नही है कि सभी लोग एक ही समय पर थियेटर ले। अपने अपने समय पर जब भी आपको सुविधा हो आप हमें बता सकते है और हम वहां सूचित कर देंगे कि ये फिल्म चला दी जाऐ। इतना ही कार्य हमें करना है।
जैसे जैसे ये होने लगेगा आप देखेंगे कि पूरे भारत में इसकी मांग बढेगी।
जब जय संतोषी मां फिल्म चल सकती है जो कि संतोषी माता थी ही नही, काल्पनिक देवी थी, वह फिल्म 'हिट फिल्म' हो सकती है तो हमारी श्रीमाताजी के उपर जो फिल्म बनी है सहजयोग केे प्रचार प्रसार के लिए बनी है गृहलक्ष्मी फिल्म ऐसा क्यों नही कर सकती है। जबकि हम सारे सहजी चाहते है बडे माध्यम से आम जनता जो सिनेमा देखने वाली है बडे पर्दे पर श्रीमाताजी को देख सकें, उनकी आवाज सुन सकें और उसका अनुभव ले सके।
ये हमारी इव्छा है, जो आंतरिक इच्छा है, वह सामूहिक इच्छा बन जाएगी, तो बढिया कार्य सिद्व हो सकेगा। श्रीमाताजी का यह जो प्रचार प्रसार का प्रेम है, इस मेसेज का लोगो के दिलो तक पहूंच सकेगा। यह कार्य आप ही लोग कर सकते है मैरे सहजी भाई बहिन जो पूरे भारत में छाये हुए है, आप लोग आईए आगे बढिये, अपना नाम दीजिये अपना नंबर दीजिये, मुझे ताकि मै आपको हरेक को सोशल साइट पर ग्रुप बनाकर संवाद स्थापित कर सकूंगा। आपको बताउंगा कि आपको हर कदम पर क्या करना है ? ताकि आपको किसी किस्म की असुविधा न हो, इस कार्य को करने में। ये मां का कार्य है। हम लोग सारे मिलकर कोशिश कर सकते है।
बाकी श्रीमाताजी के चरणों में छोड दिजीए।
जय श्रीमाताजी।
संजय रोशन तलवार,
Managing Trustee
Immaculate Ideal Human foundation
email : immaculateihf@gmail.com
Mob; +91 9811203017
Grihalakshmi Film: An amazing channel to propagate Sahajayoga.
Dear brothers and sisters,
We Sahajayogis are blessed with divine vibrations,and are our dear Shri Mataji’s instruments to spread Sahaja yoga in our individual and collective capacities. We all know that we have a common objective to give Self Realization to as many to bringin global transformation.
In the modern times, Cinema has become a medium to communicate to the masses and effect changes. Today, most people watch films as a source of enjoyment and, if it can also contribute to a spiritual journey, it serves a dual purpose. It is the right time to fetch this great opportunity and collectively promote what we are meant to.
It is a matter of great joy and pride that now a film Grihalakshmi by a 100% nonprofit NGO Immaculate Ideal Human Foundation is ready to impart the powerful message of Self Realization and the importance of Sahaja yoga meditation in our lives. It is a 1 hour and 12-minute film that very subtly touches the complexities of human life; the need of spirituality and accepting the ancient knowledge of Sahaja yoga for attaining the ultimate peace and union with the primordial energy.
As a matter of fact, we can use this great film for our public programmes that can be held in Cinema Halls. We have already conducted around 8 trial shows to seek public opinion, and are proud to inform of its success. Consequently, it has greatly motivated us to engage our brothers and sisters to publicize Sahaja yoga through Cinema, which is also the need of an hour. During the trial shows, more than 500 people at different times, ignorant of Sahaja yoga, were found enamoured by the profundity of Sahaja yoga meditation and keenly took Self Realization in spite of the announcement made to leave those not interested. Not one did leave. This was a huge success. Many of them have become a part of Sahaja yoga family now. Generally, the Cinema Halls allot 2 hours for every show. Therefore, our pre-planning for the remaining 48 minutes to show Shri Mataji’s video followed by the proper explanation by our very able brothers’ sweet oratory added to its glory.This success has culminated into a brilliant idea to reach multitudes. The film is releasing throughout India on April 26, 2019. The Government too, approves of the idea.
With everything falling favourable, we urge you to come forward individually or collective, and carry the task further in your respective cities; talk to the Cinema Hall authorities and convince them to play this film for the larger benefit. We have a satellite system to transmit this film simultaneously to thousands of halls from Mumbai. We are technically very well equipped, only it needs to take a massive leap, for when it is shown in the entire country, the vibrations it will emit will be phenomenal. With this collective effort, Shri Mataji’s desire will be fulfilled. Almost the entire nation will encounter with the truth of some power taking to right path.
This is an amazing opportunity. Those interested to participate in the enormous mission to disseminate Shri Mataji’s teachings through this unique medium can contact us at:
Mr. Bhola Nath Singh - +91 9324368012
Mr. O P Goyal - +91 9425063703
Mr. Sunil Nayar - +91 9810153108
Sanjay Roshan Talwar - +91 9811203017
We shall then explain the entire procedure and the economics involved. Various groups on social media will be formed where the know how to initiate dialogues in your region would be guided so that there remains no ambiguity or discomfort.
We can thus jointly fulfill our aspiration to be Shri Mataji’s instrument that we daily pray for. When a film like Jai Santoshi Ma with a fictitious goddess character could be a success, can we doubt Shri Mataji and Her gift to humankind?
We look forward to hearing from you in great numbers to march collectively for this great mission we are meant for.
Details of the cinema halls will be provided soon.
Here is a message from Sanjay Roshan Talwar :
इससे पहले कि आपको वास्तव में फिल्म देखने के लिए मिलें, मैं आपनी अंतिम प्रस्तुति को आपके साथ रख कर खुश हूं। ''गृहलक्ष्मी'' फिल्म का निर्माण सामूहिक कार्य की एक दिव्य यात्रा रही है। सहजता से प्रत्येक और दल के हर सदस्य की अद्भुत रचनात्मक अभिव्यक्ति - अभिनेताओं से तकनीशियनों, निदेशक, सहायक निदेशक, उनके सहायक, कैमरा, छायाकार, मेकअप, ध्वनि, डिजाइन, निर्माण ..... सभी 45 सदस्य अपने आप को मुख्य भूमिका पर रखते हैं।
पालम विहार गुड़गांव में निवास, फिर पास के एक अस्पताल, वेडिंग वेन्यू, और एनएन अपमार्केट ऑफिस में 10 दिनों तक फिल्म की शूटिंग, मेरे उदार पड़ोसियों के घरों को नहीं भूलना चाहिए। एक दिन नॉन-स्टॉप 16 घंटे में फिल्म की शूटिंग को पूरा करने के लिए । 21 मार्च 2018 को निर्मलधाम में श्रीमाताजी के जन्मदिवस की शुरुआत हुई। शीतला माता ध्यान केंद्र और कुतुब केंद्र दिल्ली में 01 अप्रैल 2108 को शूटिंग समाप्त हुई। एक दिन के लिए अतिरिक्त शूुुटिंग भी 28 अप्रैल को आयोजित की गई थी, इससे पहले कि फिल्म मई के बाद एडिटिंग मोड से चली गई और अब, अंत में हम एडिटिंग के साथ पूर्ण कर चुके है।
बॉलीवुड के कुछ महान नामों ने परिष्करण पूरा करने के लिए कदम रखा है फिल्म के संपादन, रंग सुधार, पृष्ठभूमि संगीत, ध्वनि डिजाइन, एनीमेशन और VFX के संदर्भ में जिसमे सामान्य रूप से 70 लाख रुपये से अधिक की लागत हो सकती थी। अंत में 27 लाख रुपये में ही कार्य किया गया। यह सब आपके, मेरे प्रिय समर्थकों/दाताओं के कारण है। यह आपका निरंतर प्यार और समर्थन हमें कार्य करने की प्रेरणा देता हे । हमने फिल्म की लागत और गुणवत्ता पर समझौता न करने का फैसला किया, क्योंकि हमारी माँ इस दुनिया में अभी तक पैदा हुई सबसे अच्छी मां है, और इसलिए यह फिल्म भी ऐसी होनी चाहिए।
भारतीय सिनेमा के इतिहास में, पहले कभी ऐसी फिल्म का निर्माण नहीं किया गया था। लेकिन अब हमने हिम्मत करके नई सामग्री सिनेमा पर प्रयोग करने के लिए, सिनेमा के नकारात्मक प्रभाव से बाहर निकलने के लिए है दर्शकों, और उन्हें स्वंय के बारे में सबसे वास्तविक और ताज़ा खबर दें, जो वे नहीं जानते हैं। क्योंकि हमने महसूस किया है कि यह हमारे जीवन में अद्भुत काम करता है। क्योंकि यह इतना सुंदर है, यह बहुत आंतरिक संतुष्टिदायक है। यह संतोषजनक हे, शांतिदायक हे । यह कुछ और नहीं बल्कि प्यार, प्यार और प्यार है, जो हमारी आत्मसाक्षात्कार से पैदा हुए चैतन्य के माध्यम से व्यक्त किया गया है। आध्यात्मिकता का अपना आंतरिक जागरण, चौथे आयाम की दुनिया में प्रवेश। यह आपको ऐसे बनाता है शक्तिशाली एक महामानव के रूप में, हमें बाधाओं पर विजय पाने के लिए और हमारे जीवन की हर लड़ाई में विजयी होने के लिए ।
अब क्या यह आपको गलत चीजे परेशान नहीं कर रही है? हाँ, यह सच है। आप सभी को अनुभव करने के लिए अद्भुत अनुभव आपको तब होगा जब आप सहजयोग ध्यान का अभ्यास करेंगे। एक पूरी नईदुनिया तुम्हारी प्रतीक्षा कर रही है, जहां कोई दुख: नहीं है, कोई बीमारी नहीं है, कोई घृणा नहीं है, कोई डर नहीं है। वहाँ है कहीं बाहर आप को गले लगाने के लिए इंतजार कर रहे हैं - शांति, प्रेम, स्नेह, भाईचारा, सामूहिक चेतना और सब बनो और सब खत्म करो - शुद्ध आनंद। यह सब आप अपनी खोज के लिए है। बीज है हमारे भीतर। हमारी फिल्म के माध्यम से हम आपको वहां पहुंचने में मदद करने का प्रयास करेंगे, और जीवन को आनंद से जीने के लिए। गृहलक्ष्मी अभी शुरुआत है।यह फिल्म बनाने के लिए सामग्री की एक नई अवधारणा है। इसलिए यह है प्रयोगात्मक। शुरुआत करने के लिए हमेशा कुछ समय होता है। फिर यहां क्यों नहीं? हम, जिन्होंने यह सब हमारे साथ घटित होते देखा है, वे यहाँ हैं कि हम आपके भीतर अपने आनंद को फिर से पैदा करें, ताकि आप भी ऐसा कर सकें उसका आनंद लें और उसी आनंद का हिस्सा बनें। साक्षात्कार और टीज़र देखें।
सकारात्मक रहें। सकारात्मक बने रहें।
गृहलक्ष्मी सिद्धांत, तुम्हारे भीतर रहने के लिए आ रहा है ....... बहुत जल्द .... इसे याद मत करो। लेकिन अभी के लिए, इस प्रस्तुति का आनंद लें। हमें आपका समर्थन चाहिए। हमें आपके प्यार की ज़रूरत है ताकि हम प्यार की इस रोशनी को हमेशा के लिए जलाया जा सके। परम पावन श्रीमाताजी निर्मला देवी हमें उपहार देने और हमारा ज्ञानवर्धन करने के लिए आईं। इस ध्यान का नियमित अभ्यास करने वाले 150 देश फिर आप क्यों वंचित है ? हमारे सहजयोग परिवार में शामिल हों, ताकि एक दिन कोई सीमा नहीं है। सारी दुनिया एक हो जाएगी। स्वर्ण युग होगा, जहां हम सब प्यार करेंगे हमारे जीवन को हमेशा के लिए प्यार करना पसंद है। जो मैं सपने में देखता हूं।
With all my love & respects
Sanjay Roshan Talwar
Managing Trustee
Immaculate Ideal Human foundation
email : immaculateihf@gmail.com
Mob; +91 9811203017